हाथों से जानें अपना भविष्य

By | October 3, 2025

भाग्य रेखा का विवेचन करें: यह नियति रेखा भी कहलाती है और यह इंगित करती है कि किसी व्यक्ति का जीवन उसके नियंत्रण के बाहर की परिस्थितियों से किस हद तक प्रभावित होता है।[३] यह हथेली के मूल से शुरू होती है। मूल विवेचन इस प्रकार हैं:

गहरी रेखा – भाग्य का प्रभावी नियंत्रण

Step 6 भाग्य रेखा का विवेचन करें:

रेखा भंग एवं दिशा परिवर्तन – परिस्थितिवश जीवन में अनेक परिवर्तनों की संभावनाStep 6 भाग्य रेखा का विवेचन करें:

प्रारम्भ में जीवन रेखा से जुड़ी हुई – स्वनिर्मित व्यक्ति, शीघ्र ही महत्वाकांक्षी हो जाता हैStep 6 भाग्य रेखा का विवेचन करें:

लगभग मध्य में जीवन रेखा से जुड़ जाती है – यह जीवन का वह काल दर्शाता है जब दूसरों के कल्याण के लिए स्वयं के हितों का बलिदान कर दिया जाता है

Step 6 भाग्य रेखा का विवेचन करें:

अंगूठे के आधार से आरम्भ हो कर जीवन रेखा को काटती है – मित्रों एवं संबंधियों द्वारा सहायताStep 6 भाग्य रेखा का विवेचन करें:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *