हाथों से जानें अपना भविष्य

By | October 3, 2025

विधि2

हाथ एवं अंगुलियों आदि का विवेचन

  1. Step 1 हाथ का आकार देखें:
  2. हाथ का आकार देखें: हाथ का हर आकार चरित्र की किसी न किसी विलक्षणता का द्योतक होता है। हथेली की लंबाई कलाई से अंगुलियों के आधार तक नापि जाती है। मूल विवेचन इस प्रकार हैं:
    • ”धरती” – चौड़ी, वर्गाकार हथेली, स्थूल तथा खुरदुरी अंगुलियाँ, सुर्ख रंग, हथेली तथा अंगुलियों की लंबाई बराबर होती है।
      • सुदृढ़ मूल्य एवं ऊर्जा, परंतु कभी कभी हठीला स्वभाव
      • व्यावहारिक एवं ज़िम्मेवार, कभी कभी भौतिकतावादी
      • अपने हाथों से काम करने वाले एवं उसी में सुखी रहने वाले
    • ”वायु” – लंबी अंगुलियों के साथ वर्गाकार अथवा आयताकार हथेलियाँ, कभी कभी बाहर को निकले हुये पोर, नीचे को दबा हुआ अंगूठा और शुष्क त्वचा; अंगुलियों की लंबाई से छोटी हथेलियाँ
      • मिलनसार, बातुनी एवं हाजिरजवाब
      • छिछला, ईर्ष्यालु एवं भावशून्य
      • दूसरों से अलग एवं स्वच्छंद तरीके से कार्य करने वाला
    • ”जल” – लंबी शंक्वाकार अंगुलियों के साथ, लंबी, कभी कभी अंडाकार हथेली; हथेली की लंबाई अंगुलियों की लंबाई के बराबर परंतु हठेली के सबसे चौड़े भाग की चौड़ाई से कम।
      • सृजनात्मक, अनुभवी एवं संवेदी
      • तुनकमिजाज, भावुक एवं संकोची
      • अंतर्मुखी
      • शांतचित्त एवं सहजज्ञान से कार्य करने वाला
    • ”अग्नि” – वर्गाकार अथवा आयताकार हथेलियाँ, लाल अथवा गुलाबी त्वचा एवं छोटी अंगुलियाँ; अंगुलियों से लंबी हथेली
      • सहज, उत्साही एवं आशावादी
      • कभी कभी अहंवादी, मनमौजी एवं असंवेदनशील
      • बहिर्मुखी
      • निडरतापूर्वक, सहजज्ञान से कार्य करने वाला

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