

- पर्वतों को देखिये: ये है पोरों के पीछे, अंगुलियों के नीचे का मांसल भाग। इनको देखने के लिए अपने हाथ को कप जैसा बनाइये। अब बताइये कि कौन सा, सबसे बड़ा है?
- उच्च शुक्र पर्वत (आपके अंगूठे के नीचे वाला भाग) सुखवादिता, स्वच्छंदता एवं क्षणिक परितुष्टि की आवश्यकता को इंगित करता है। शुक्र पर्वत की अनुपस्थिति पारिवारिक मामलों में उदासीनता को इंगित करती है।
- तर्जनी के नीच के पर्वत को बृहस्पति पर्वत कहते हैं। इसके उन्नत होने का अर्थ है कि आप प्रभावी, संभवतः आत्मकेंद्रित एवं अति महत्वाकांक्षी हैं। और इसकी अनुपस्थिति का अर्थ है कि आप में विश्वास की कमी है।
- आपकी मध्यमा के नीचे शनि पर्वत है। उच्च पर्वत, आपके हठी, चिड़चिड़े एवं विषादग्रस्त होने का द्योतक है। यदि यह दबा हुआ है तो यह सतहीपन एवं अव्यवस्था का द्योतक है।
- सूर्य पर्वत आपकी अनामिका के नीचे है। यदि सूर्य पर्वत उच्च है तो आप जल्दी क्रोधित हो जाने वाले, शाहखर्च और गर्वीले हैं। दबा हुआ सूर्य पर्वत आपके कल्पनाहीनता का द्योतक है।
- बुध पर्वत आपकी कनिष्ठिका के नीचे होता है। यदि यह उभरा हुआ है तो आप बहुत वाचाल हैं। दबे हुये पर्वत का अर्थ इसके विपरीत है – आप शर्मीले हैं।
- इसमें से कुछ भी विज्ञान पर आधारित नहीं है। और आपके हाथों में समय के साथ परिवर्तन होता ही रहता है। इस सबको गंभीरता से मत लीजिये!